Sunday, May 20, 2012

ग़ज़ल :१३

 ग़ज़ल :१३

प्यार करना और निभाना है बहुत कठिन यारो
इस ज़िन्दगी में मुस्कुराना है बहुत कठिन यारो

दिल के संग खिलवाड़ करना चलता है रात दिन
इस रूठते दिल को मनाना है बहुत कठिन यारो

वक्त के संग इसप्यार के मायने है बदलने लगे
हर वक्त इसे समझ पाना है बहुत कठिन यारो

ऐतबार करना अब हमें दोबारा कैसे आएगा
यादों से उसको भुलाना है बहुत कठिन यारो.

शोहरत मिलती रही है सिसकियों के साथ में
चुपके से रोना और रुलाना है बहुत कठिन यारो

लाख लिखना पड़े यारो दुनियादारी के सबक
पहले प्यार को मिटाना है बहुत कठिन यारो

अयान दिल की दास्तानें चल रही है रात दिन
ख्वाबों को सम्हाल पाना है बहुत कठिन यारो





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