तुम उजालों में खुशियां मनाते रहो.
मै तुमको तम से रिहाई दिला दूंगा..
गर मोहलत मिली इस जंग से मुझे
मै तुमको भी अपने से मिला दूंगा.
उजालों को विरासत बनाकर रखो
मै सफलता का अमिय पिला दूंगा.
तुम वफादारी से आगे बढ़ते रहो.
इस सफर का तुमको सिला दूंगा.
हार से सीख लेकर कोशिश करो.
हार की जड़ को मै भी हिला दूंगा.
तुम इस गुंचे चमन के वारिस बनों
मै गुलिस्तां मे एक गुल खिला दूंगा.
मै तुमको तम से रिहाई दिला दूंगा..
गर मोहलत मिली इस जंग से मुझे
मै तुमको भी अपने से मिला दूंगा.
उजालों को विरासत बनाकर रखो
मै सफलता का अमिय पिला दूंगा.
तुम वफादारी से आगे बढ़ते रहो.
इस सफर का तुमको सिला दूंगा.
हार से सीख लेकर कोशिश करो.
हार की जड़ को मै भी हिला दूंगा.
तुम इस गुंचे चमन के वारिस बनों
मै गुलिस्तां मे एक गुल खिला दूंगा.
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