हर तरफ एक आग का सामना करते रहे .
अँधेरे , दीपक राग का सामना करते रहे .
क़त्ल किया नहीं हमने कभी भी दोस्तों
ऐसे लगे एक दाग का सामना करते रहे .
बागवा बनकर जिसे हमने सहेजा उम्र भर
आज उजड़े बाग़ का सामना करते रहे
वैसे ज़हर बहता है इन सिराओ में अयान
डर के मारे नाग का सामना करते रहे .
रंग नफ़रत के घुले दो दिलो के बीच में .
ये कान मेरे फाग सामना करते रहे ..
अँधेरे , दीपक राग का सामना करते रहे .
क़त्ल किया नहीं हमने कभी भी दोस्तों
ऐसे लगे एक दाग का सामना करते रहे .
बागवा बनकर जिसे हमने सहेजा उम्र भर
आज उजड़े बाग़ का सामना करते रहे
वैसे ज़हर बहता है इन सिराओ में अयान
डर के मारे नाग का सामना करते रहे .
रंग नफ़रत के घुले दो दिलो के बीच में .
ये कान मेरे फाग सामना करते रहे ..